भिखारी : बाबू कुछ खाने को दे दो..
मैं : खाने को छोड़, तुझे दारू देता हूं वो पी...
भिखारी : जी मैं शराब नहीं पीता हूं
मैं : चल तुझे सिगरेट देता हूं..
भिखारी : मैं सिगरेट-बीड़ी नहीं पीता...
मैं : तू नहीं पीता तो अपने दोस्तों को दे दे..
भिखारी : मैंने कोई फ़ालतू की यारी दोस्ती नहीं पाली हुई.....
मैं : चल तुझे दो दिन के लिये बाहर घुमाने ले चलूं...
भिखारी : मेरी बीवी नहीं जाने देगी... मैं ऐसा कोई काम नहीं करता जिसमें उसकी मर्जी ना हो...
मैं : चल तुझे भरपेट खाना खिलाऊंगा पर उसके बाद तुझे मेरे साथ मेरे घर चलना होगा...
भिखारी : जी घर क्यों ?
मैं : मेरी बीवी को भी पता चलना चाहिये कि जो दारू-सिगरेट नहीं पीता, यारों- दोस्तों के साथ नहीं घूमता और अपनी बीवी की सब बातें मानता है, उसका क्या हाल होता है.. 🤣👇🏼
Comentarios